प्रदेश में चल रही आयुष्मान योजना के अंतर्गत अभी तक 6 लाख से अधिक बार लाभार्थी मुफ्त उपचार सुविधा का लाभ ले चुके हैं। और इस सब में प्रदेश सरकार की 10 अरब से अधिक की धनराशि खर्च हो चुकी है। उत्तराखंड में आयुष्मान योजना की प्रगति देखी जाए तो अखिल भारतीय स्तर पर भी यह सम्मान जनक और गौरवान्वित करने वाली स्थिति है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा संचालित आयुष्मान योजना ने अभी अपने सफर के चार साल पूरा कर पाई है। लेकिन जन कल्याण की इस योजना की प्रगति उत्साहित करने वाली तो है ही अपेक्षाओं के अनुरूप हासिल होने के कारण संतोष जनक भी है। प्रदेश भर में अभी तक 48.82 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। वहीं 6 लाख से अधिक बार लाभार्थी योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार सुविधा का लाभ ले चुके हैं। इस सेवा पर प्रदेश सरकार का अभी तक 10 अरब से अधिक खर्च हो चुका है।
जनपद लाभार्थी उपचार पर खर्च
अल्मोड़ 13139 21,24,37,330
बागेश्वर 5979 8,38,61,194
चमोली 19220 32,34,19,595
चंपावत 7146 12,06,66,206
देहरादून 178755 3,30,83,50,958
हरिद्वार 104533 2,20,41,00,615
नैनीताल 51944 68,89,18,652
पौड़ी गढ़वाल 50602 82,51,66,285
पिथोरागढ़ 15920 17,18,20,595
रूद्रप्रयाग 10980 21,55,09,524
टिहरी 36281 67,30,14,567
उधम सिंह नगर 87418 1,40,08,81,552
उत्तरकाशी 19428 36,71,15,546