उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के तैयारियों के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से जुटी है ऐसे में केंद्र सरकार वित्तीय सहायता देने को तैयार है। चारधाम यात्रा मार्गों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए केंद्र सरकार वित्तीय सहायता करेगी। सरकार ने डीपीआर बनाने की कवायद शुरू कर दी है। एक सप्ताह के भीतर केंद्र को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए केंद्र ने राज्य सरकार को हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया है।
सरकार को केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के यात्रा मार्गों पर मेडिकल हेल्थ कैंप स्थापित करने के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का उच्चीकरण कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की उम्मीद है।
पिछले साल चारधाम यात्रा में लगभग 350 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। सबसे अधिक 150 से अधिक मौतें केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर हुई थीं। 80 प्रतिशत से अधिक मौतों का कारण हार्ट अटैक रहा है। इस बार राज्य सरकार के साथ केंद्र भी चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर है।
यात्रा मार्गों पर कार्डिक एंबुलेंस सेवा, एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस, ईसीजी मशीन, पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर समेत अन्य स्वास्थ्य उपकरणों के अलावा उत्तरकाशी जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट, भटवाड़ी, चमोली में जोशीमठ, रुद्रप्रयाग में ऊखीमठ के उच्चीकरण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग डीपीआर तैयार कर रहा है।
चारधाम यात्रा मार्गों पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। इसके बाद ही केंद्र सरकार से विशेष पैकेज मिलने की उम्मीद है।