उत्तरकाशी, डुंडा तहसील के वीरपुर गांव में विश्वशांति एवं प्राणिमात्र के सुख शांति के लिए त्रिपिटक ग्रंथ शत सहस्रिका प्रज्ञापारमिता का पाठ आरंभ किया गया है। हिमालय बौद्ध संस्कृति संरक्षण एवं विकास समिति की ओर से चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के पहले दिन डुंडा बाजार में त्रिपिटक ग्रंथ शत सहस्रिका प्रज्ञापारमिता की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
आयोजन समिति के अध्यक्ष शशीकांत नेगी ने बताया कि हिमालय बौद्ध संस्कृति संरक्षण एवं विकास समिति के तत्वाधान में प्रतिवर्ष वीरपुर गांव में किन्नौरी समुदाय के लोग इसका आयोजन करते आ रहे हैं। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक लाख मंत्रों का यह महायान बौद्ध ग्रंथ प्रज्ञा पारमिता (पराकाष्ठा) के माहात्म्य का वर्णन करता है। धर्म ज्योति बुद्ध विहार डुंडा में साक्य महाविहार मांडूवाला देहरादून से आये भिक्षुसंघ द्वारा त्रिपिटक ग्रंथ शत सहस्रिका प्रज्ञापारमिता का संगायन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य विश्व शांति एवं प्राणिमात्र की सुखं शाति के लिए हो रहा है।
कार्यक्रम में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, हिमालयन बौद्ध संस्कृति संरक्षण एवं विकास समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीचन्द नेगी,संरक्षक कलम सिंह, महासचिव चतर सिंह, युवा अध्यक्ष मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।