बता दे की उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री नेशनलहाईवे को लेकर जन आक्रोश रैली पंचायत प्रतिनिधि, संयुक्त मोर्चा, भटवाड़ी उत्तरकाशी ने बीआरओ के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। तो ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने तेखला पुल पर इकट्ठे हुए जहां से सभी पंचायत प्रतिनिधि पैदल नारेबाजी करते हुए गंगोरी पुल पहुंचे। तो पंचायत प्रतिनिधियों ने बीआरओ खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
उत्तरकाशी के हाईवे पर छोटे-बडे 200 होटल, होमस्टे, दुकानें हैं जिनसे हजारों लोगों की आजीविका चलती है। वहीं वर्ष 2008 में बी०आर०ओ० द्वारा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 34 मध्य गंगोरी पर बार्डर का हवाला देकर गंगोरी में डबल लेन का पुल बनाया गया था, जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री से प्रस्तावित था उद्घाटन करने से तीन दिन पूर्व ही 18 मार्च 2008 को धराशायी हो गया था, जिसमें कुछ मजदूर भी मरे थे, इसकी जांच अभी तक सार्वजनिक नहीं की गयी है।
बता दे की गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भारत चीन सीमा पर अग्रिम चौकियों के साथ-साथ विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम, बार्डर के दर्जनों गांव को जोड़ता है। और प्रतिनिधियों द्वारा कई बार शासन प्रशासन को उक्त संदर्भ अवगत करवा चुकी है लेकिन 13 साल गुजर जाने के बाद भी समस्याएं जस की तस है, जिससे परेशान होकर हम सभी जनप्रतिनिधिगण आपसे अन्तिम बार बीत 11 वर्षों से बेली ब्रिज जुगाड से काम चलाया जा रहा हैं जिसे लेकर क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोशव्याप्त हैं ।