चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में यातायात दबाव कम करने के लिए नई रणनीति तैयार
चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में यातायात दबाव कम करने के लिए निदेशालय स्तर पर नई रणनीति बनाई गई है। इस बार बरेली, लखनऊ रूट के वाहनों को ऋषिकेश में एंट्री नहीं मिलेगी। उन्हें गरुड़चट्टी से वाया चीला सड़क मार्ग से भेजा जाएगा। जबकि, दिल्ली रूट के वाहनों को ऋषिकेश होते हुए वाया हरिद्वार रवाना किया जाएगा।
इन सब व्यवस्थाओं पर नजर रखने के लिए ऋषिकेश को ट्रैफिक सर्किल बनाकर इसकी नोडल अफसर एसपी देहात कमलेश उपाध्याय को नियुक्त किया गया है। यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने बताया कि पिछले साल चारधाम यात्रा में 45 लाख से भी ज्यादा लोग आए थे। इस बार यह संख्या और भी अधिक हो सकती है। ऋषिकेश इस यात्रा का अहम पड़ाव होता है। लिहाजा, यहां पर यातायात दबाव भी बेहद अधिक रहता है।
पिछले साल बरेली और लखनऊ रूट के वाहनों को गरुड़चट्टी से वाया चीला मार्ग भेजने का ट्रायल किया गया था। यह काफी हद तक सफल रहा था। ऐसे में इसे पूरी तरह से इस बार लागू किया जा रहा है। इससे ऋषिकेश में अनावश्यक ज्यादा वाहन नहीं आएंगे।
इन सब व्यवस्थाओं के लिए मंगलवार को जिम्मेदार अफसरों के साथ निदेशक यातायात ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। ऋषिकेश यातायात सर्किल का एक अलग से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। इससे इस क्षेत्र की यातायात संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान जल्द से जल्द किया जा सकेगा।