उत्तराखंड मेें कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। रविवार को प्रदेश में 82 लोग संक्रमित मिले हैैं। फिलहाल प्रदेश में कोरोना के 294 सक्रिय मामले हैैं। इस साल अब तक 1180 लोग संक्रमित हुए हैैं। वहीं, नौ मरीजों की मौत भी हुई है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार देहरादून में सबसे ज्यादा 51 लोग संक्रमित मिले हैैं। इसके अलावा नैनीताल में दस, पौड़ी गढ़वाल में पांच, टिहरी गढ़वाल व हरिद्वार में चार-चार और अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत व ऊधमसिंहनगर मेें भी एक-एक मामला आया है। पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी में कोई नया मामला नहीं आया है।
दून मेडिकल कालेज अस्पताल में एक बुजुर्ग महिला मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ा। महिला के तीमारदारों से भी अभद्रता का आरोप लगा है। जिसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की गई है।
जीएमएस रोड कांवली निवासी अनुराग मित्तल ने बताया कि उनकी माता सविता मित्तल (72 वर्ष) को लिवर में संक्रमण हो गया था। मेदांता गुडगांव में गोल्डन कार्ड में सरकारी अस्पताल से रेफरल लाने को कहा गया। 12 अप्रैल को दून मेडिकल कालेज अस्पताल की इमरजेंसी में एक चिकित्सक ने उन्हें रेफर कर दिया, लेकिन काफी गुहार के बाद भी मुहर नहीं लगाई।
मेदांता में मरीज को ले जाने पर उन्होंने भर्ती करने से इनकार कर दिया। 15 अप्रैल को वह वापस दून अस्पताल पहुंचे तो यहां फिर वही ईएमओ और एक जेआर मिले। उन्होंने फिर रेफरल देने से मना कर दिया और दुव्यर्वहार किया। कई घंटों तक वह भटकते रहे। अफसरों ने भी मदद नहीं की।
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद वापस फोन किए और शिकायत वापसी का दबाव बनाया। मरीज के लिवर फेलियर की वजह से सूजन और पानी भरा है। उन्हें बार बार बुलाया गया। डिप्टी एमएस डा. धनंजय डोभाल का कहना है कि 15 अप्रैल को उन्हें साढ़े चार बजे फोन किया गया। वह चिकित्सकों से समन्वय कर उनका कार्य करा रहे थे। 12 अप्रैल के विषय में जानकारी नहीं है। सीएम पोर्टल पर शिकायत का जवाब दिया जाएगा।