रविवार को मसूरी-देहरादून रोड पर हुए बस हादसे में घायल हुए कई यात्रियों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। वहीं आरोपित बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस उसे आज गिरफ्तार कर सकती है। दुर्घटना के दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती 12 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
रविवार को मसूरी-देहरादून रोड पर हुए बस हादसे में घायल हुए कई यात्रियों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। वहीं आरोपित बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस उसे आज गिरफ्तार कर सकती है। दुर्घटना के दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती 12 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
दूसरी ओर जिलाधिकारी की ओर से मजिस्ट्रियल जांच के आदेश के बाद टीम घटनास्थल पर पहुंची। बता दें कि मसूरी से देहरादून लौट रही बस में कुल 40 लोग सवार थे। हादसे में दो महिलाओं की मौत हुई है और 38 लोग घायल हुए हैं।
रविवार दोपहर बाद जब हादसे की खबर देहरादून पहुंची तो दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय की इमरजेंसी में पीजी, इंटर्न व जेआर जहां मोर्चा संभाले रहे,वहीं कुछ व्यवस्थागत खामियां भी यहां दिखाई दी।
पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी अस्पताल में डटे रहे, पर अस्पताल के अधिकारियों व वरिष्ठ चिकित्सकों ने इस ओर झांका तक नहीं। जिससे कारण खासी फजीहत हुई।
हालांकि अधिकारियों का कहना है कि वह फोन पर स्थिति मैनेज कर रहे थे। इसके अलावा वार्ड ब्वाय की कमी भी खली। ईएमओ डा. अमित बार-बार इसके लिए फोन घनघनाते रहे। बाद में दो वार्ड ब्वाय आए, लेकिन तब तक मरीजों को एक्सरे, सिटी स्कैन के लिए ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
इधर, जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) में भी सिस्टम अलर्ट पर था। यहां पर पीएमएस डा. शिखा जंगपांगी पूरी टीम के साथ मुस्तैद थी। सीएमओ डा. संजय जैन के अनुसार सभी घायलों को दून एवं मैक्स अस्पताल ले जाया गया। रात में ही दो मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया।