
हर्षिल “धुन पहाड़ की ” आवाज का हुआ आगाज
/दिगबीर सिंह बिष्ट
उत्तरकाशी। हर्षिल में सामुदायिक रेडियो स्टेशन शुरू,सीमांत गांवों में संचार की नई क्रांति । सेना की ‘वाइब्रेंट विलेज योजना’ के तहत स्थापना,आठ गांवों को मिलेगा सीधा लाभ ग्रामीणों काफी खुश दिखे ।
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लेफ्टिनेंट जनरल डि जी मिश्रा ने स्कूली बालिका से रेबन कटाकर किया सामुदायिक रेडियो स्टेशन का उद्धघाटन किया गया ।
लेफ्टिनेंट जनरल डि जी मिश्रा ने कहा कि जिले के सीमांत गांवों को संचार के क्षेत्र में एक बड़ी सौगात मिली है। सोमवार को सेना ने जिला प्रशासन के सहयोग से हर्षिल में सामुदायिक रेडियो स्टेशन का विधिवत लोकार्पण किया। लेफ्टिनेंट जनरल, अति विशिष्ट सेवा मेडल,जनरल ऑफिसर कमांडिंग उतर भारत डी.जी.मिश्रा ने सामुदायिक रेडियो स्टेशन का शुभारंभ किया,जो सेना द्वारा ‘वाइब्रेंट विलेज योजना’ के तहत स्थापित किया गया है। रेडियो स्टेशन के शुरू होने से सीमांत के आठ गांव अब देश और दुनिया से सीधे जुड़ सकेंगे। इस पहल से उपला टकनोर के आठ गांव सीमांत क्षेत्रों में संचार की एक नई क्रांति के तौर पर देखा जा रहा है।
सीमांत गांवों में अक्सर नेटवर्क और संचार की समस्या बनी रहती थी, जिससे ग्रामीणों को आवश्यक जानकारी और मनोरंजन के साधनों से जुड़ने में कठिनाई होती थी। अब सामुदायिक रेडियो स्टेशन की स्थापना से ग्रामीणों को ये लाभ आसानी मिल सकेगा।
खंड विकास अधिकारी डॉ अमित मंगाई ने कहा कि रेडियो स्टेशन के माध्यम से सरकारी योजनाओं,कृषि,शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रम,स्थानीय संस्कृति और मनोरंजन से जुड़े प्रसारण के साथ ही भरोसेमंद माध्यम और आपातकालीन संदेश का लाभ ग्रामीणों को मिलेगा। ग्रामीणों ने इस कदम पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि उन्हें अब एक भरोसेमंद माध्यम मिल गया है,जिससे वे समय पर जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। विशेष रूप से,आपात स्थितियों में तुरंत संदेश प्रसारित करने में भी यह स्टेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
लोकार्पण के अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा ने कहा कि सेना सीमाव्रती क्षेत्रों में सामुदायिक रेडियो स्टेशन खोलने का प्रयास निरन्तर जारी है। ताकि स्टेशन खुलने से यहां के लोगों को मौका मिले और यहां की स्थिति का वर्णन और संस्कृति को और देश तक पहुंचे ताकि लोगो को पता चल सके कि सीमावर्ती क्षेत्र में लोग कैसे रहते है क्या क्या सुविधाएं है और यहां कैसे विकास हो रही है। सामुदायिक रेडियो स्टेशन सेना ने जोशीमठ,पिथौरागढ़ में खोला गया है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में भी रेडियो स्टेशन को खोला गया है। स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिला है और उन्होंने इसकी सराहना की है। साथ ही आपदा के दौरान एवं महत्वपूर्ण सूचनाओं के त्वरित प्रदान के लिए लोगों को सचेत कर सकते है। उन्होंने कहा यह रेडियो स्टेशन न सिर्फ संचार को मजबूत करेगा, बल्कि सीमांत गांवों की आवाज़ को भी दूर-दूर तक पहुँचाने का माध्यम बनेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे स्थानीय युवाओं को भी रेडियो से जुड़ने और अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिलेंगे,जो सीमांत क्षेत्रों के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
रचिता डोगरा ग्राम प्रधान बगोड़ी
ने बताया कि हमारे लिए बड़ी खुशी की बात है । सीमांत क्षेत्र में भारतीय सेना ने देश दुनिया से जोड़ने का बहुत बड़ा कदम उठाया है। जिसके लिए भारतीय सेना का हमारे क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है।
इस कार्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए ब्रिगेडियर वीएसएम डिल्लों,कर्नल हर्षवर्द्धन सिंह शेखावत,लेफ्टिनेंट कर्नल टिज़्यू थॉमस, मुख्य शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, हर्षा रावत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
स्टेशन मैनजर आरजे अरुण और वर्षा ने बताया कि आइबेक्स तराना (Ibex Tarana 88.4mhz पर हर्षिल धुन पहाड़ की अन्तर्गत हेलो हर्षिल,दोपहरी घाम और मध्य तरंग जैसे कार्यक्रम शो का सीधा प्रसारण एवं अन्य प्री रिकॉर्डिंग कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। जिसमें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के साथ ही कृषि बागवानी, शिक्षा,पर्यटन और स्वास्थ्य की जानकारी के बारे में जानकारी देने के साथ साथ अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं का प्रचार प्रसार भी किया जाएगा।



