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स्मैक से बुझ रहे उम्मीदों के दीपक

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स् से बुझ रहे उम्मीदों के दीपक
– तीन माह के अंदर पुलिस ने पकड़ी 20 लाख की स्मैक, दो को किया गिरफ्तार
– उत्तरकाशी जिला अस्पताल में हर सप्ताह आते हैं स्मैक से पीड़ित युवा
उत्तरकाशी। सोलह साल के सोपान (काल्पनिक नाम)की मां पेशे से शिक्षिका हैं। पति की मौत के बाद बेटा ही उनके भविष्य का सहारा था। लिहाजा मां ने बेटे के भर पोषण में कोई कमी नहीं छोड़ी। लेकिन वक्त ने ऐसी करवट ली कि हाईस्कूल पास होने के बाद सोपान को स्मैक की लत लग गई। नशे के काले कारोबार ने एक मां के चश्मे चिराग को अंधेरी सुरंग में धकेल दिया। स्मैक न मिलने पर वह चोरी भी करने लगा। स्मैक लेने से रोकने पर वह पागलों की तरह व्यवहार करने लगता है। जिले में कई किशोर और युवाओं को नशा इस हालत में पहुंचा चुका है।
बीते दो वर्षों से उत्तरकाशी जिले पर स्मैक और चरस के गोरखधंधे का का शिकंजा कस रहा है उत्तरकाशी जिले को तेजी से अपने शिकंजे में कस रहा है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते तीन महीने के अंतराल में जनपद में बीस लाख रुपए की स्मैक बरामद की गई है। सूत्रों की मानें तो स्मैक का यह रैकेट बहुत शातिर तरीके से अपने काम को अंजाम देता है। जिनका पहला टारगेट किशोर और युवा ही होते हैं। जो एक बार लत लगने के बाद इससे बाहर नहीं निकल पाते। हर हाल में नशा करने के लिए वो किसी भी तरह का अपराध करने पर उतारू हो जाते हैं। सटीक सूचना के अभाव में पुलिस बहुत कम मामलों में ही कार्यवाही कर पाती है। वहीं इस धंधे में कुछ सफेदपोश लोगों के शामिल होने से यह रैकेट बेखौफ होकर कई परिवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जिले के सीमांत ब्लॉक मोरी और उससे लगे पुरोला ब्लॉक में स्मैक की आमद करीब दस साल पहले हो गई थी। लेकिन बीते दो सालों में जिला मुख्यालय उत्तरकाशी समेत आस पास का इलाके में इस नशे ने तेजी से पांव पसारे हैं। यही स्थिति चरस के कारोबार की है। बीते तीन माह में जिले में बड़ी तादाद में पुलिस ने चरस बरामद की है। इसकी पहुंच भी स्कूल कॉलेज के युवाओं तक बड़े पैमाने पर हो गई है।
इनका कहना –
जिला अस्पताल में हर सप्ताह स्मैक और चरस की लत के मामले आये दिन आ रहे हैं। जो चिंता का विषय है, इन मामलों लेकर अधिकांश परिजन भी काफी परेशान हैं। कहा कि इसका उपयोग करने से मानसिक व शारीरिक रूप से व्यक्ति कमजोर हो जाता है। केवल दवाओं से नही बल्कि इसके उपचार के लिए मनौवैज्ञानिक चिकित्सक की परामर्श भी जरूरी है। – डा. सुबेग सिंह, फिजिशियन जिला अस्पताल, उत्तरकाशी।
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जिले में स्मैक, चरस व अन्य मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले आरोपियों के विरूद्ध निरंतर कार्यवाही की जा रही है। ताकि यहां के युवाओं को स्मैक चरस की लत से बचाया जा सके । कहा कि जिले में तीन माह के अंदर 20, लाख की स्मैक के साथ दो अभियुक्त व 9 लाख रूपए की चरस बरामद कर व 10 लोगों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। यदि इसके बाद भी युवा इसका सेवन कर रहे हैं तो ओर सख्ती की जायेगी। – प्रदीप राय, एसपी उत्तरकाशी

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