यमुनोत्री विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी संजय डोभाल को मिल रहा मातृशक्ति का आशीष
उत्तरकाशी..पहाड़ में भ्र्ष्टाचार और नशे के बढ़ते चलन ने सबसे ज्यादा महिलाओं के जीवन को दुश्वार किया है। वेअपने नौनिहालों के बेहतर भविष्य का सपना संजोये रहती हैं। लेकिन समाज में संघर्ष की पथरीली डगर पर चढ़ते युवा अपने आसपास मौजूद भ्रष्ट लोगों के चंगुल में फंस जाते हैं। जिसका सीधा असर घर की महिलाओं के जीवन पर पड़ता है। उत्तरकाशी जिला और यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। इस क्षेत्र की महिलाओं का मानना है कि कहीं न कहीं राजनीतिक नेतृत्व भी इस बात के लिए जिम्मेदार है। इसीलिए वे इस बार इस बार बेहतर, संजीदा और बेदाग विकल्प चुनना चाहती हैं। निर्दलीय प्रत्याशी संजय डोभाल के रूप में उनके पास यह विकल्प मौजूद है। इसीलिए अनेक महिलाओं ने खुद उनके प्रचार की कमान संभाल रखी है। गंगा और यमुना घाटी में बंटी इस विधानसभा सीट पर भ्र्ष्टाचार व नशाखोरी बड़े मुद्दे हैं। जिस कारण संजय डोभाल को लगातार मातृ शक्ति का आशिर्वाद मिल रहा है।
हरदेव पंवार