- वाह गुरू जी! सांप दिखा तो कबाड़ी से उजड़वा दिया स्कूल का भूकंप रोधी भवन
– टीने शेड को तोड़ने के लिए नही ली कोई अनुमति
-वर्ष 2012-13 में आपदा राहत शिविर के लिए उपयोगी रहा भवन
राजकीय आदर्श इंटर कालेज गंगोरी में विद्यालय में प्रधानाचार्य ने स्कूल में बना भूंकप रोधी टीनशेड को बेकार समझकर प्रधानाचार्य ने कबाड़ी से उजड़वा दिया ओर उसका कुछ सामान कबाड़ी को ही बेच दिया। प्रधानाचार्य से जब टीन शेड तुड़वाने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके पीछे बच्चों को सांप दिखाई दिया। सांप बच्चों को न काटे इसलिए उन्होंने उसे तुड़वा दिया।
भूकंप व आपदा की दृष्टि से अति संवेदनसील उत्तरकाशी जिले के अधिकांश सरकारी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार ने कुछ वर्ष पूर्व भूंकप रोधी टीन सेड भवन बनाए। जिनमें शिक्षकों द्वारा जगह के आभाव में आज भी छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन कराया जाता है। जबकि कई स्कूलों में इसे मध्याह्न भोजन बनाने के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है। लेकिन जिला मुख्यालय से महज छह किमी. की दूरी पर स्थित राइंका गंगोरी में बना टीन शेड भवन विद्यालय के शिक्षकों को रास नही आया। जिस टीनशेड में गत माह तक मध्यान भोजन तैयार किया जा रहा था। उस भूकंप रोधी टीन शेड को बच्चों को सांप से खतरा बताते हुए प्रधानाचार्य ने कबाड़ी से तुड़वा दिया,और उसे बनाने में लगा लोहा व टीन इत्यादि भी बेच दिया। जिसके लिए प्रधनाचार्य ने विभागीय अधिकारियों से न तो कोई अनुमति ली और न ही इसके नीलामी सूचना सार्वजनिक की। जिस पर स्थानीय ग्रामीणों व अभिभावकों ने सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय ग्रामीण रवि व कमल आदि का कहना है कि कुछ माह पूर्व इस पर हजारों रूपए का ग्रीन पेंट करवाया गया। जिसका प्रयोग मध्यान भोजन बनाने के लिए किया जा रहा था। स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2012 में बाढ़ आई तो यह भवन राहत शिविर में यात्रियों के लिए मदद गार सावित हुआ था और आज भी मजबूत स्थिति में था, लेकिन इसे बिना अनुमति के तोड़ दिया गया। । हालांकि विद्यालय के प्रधानाचार्य राजपाल पंवार ने कहा कि टीन शेड भवन के पीछे एक दिन बच्चों को सांप दिखाई दिया। सांप कंही बच्चों का न काट दे इसलिए इसे तुडवाया दिया गया। कहा कि भवन का सामान सुरक्षित रखा गया है।
………………………..आपदा के लिहाज से जिले के स्कूलों में बने भूकंप रोधी टीन शैड को बिना अनुमति तोड़ना गलत है। राइंका गंगोरी में भूंकप रोधी टीनशेड भवन को तोड़ने की जानकारी नही है, यदि भवन को तोड़ा गया है तो यह गलत है, इसके लिए सोमवार को विद्यालय के प्रधानाचार्य से जानकारी ली जायेगी। – सीएन काला, सीईओ उत्तरकाशी।
-
स्कूलों में बने भूकंप रोधी भवन आपदा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है,जो समय पर राहत शिविरों व चुनाव के दौरान तैनात कर्मियों के रहने के लिए उपयोग में लाये जाते हैं। यह सभी भवन शिक्षा विभाग को हेंड ओवर हैं। यदि इसे तोड़ा गया है तो प्रधनाचार्य को विभागीय अधिकारियों से अनुमति लेनी चाहिए थी।
देवेन्द्र पटवाल, आपदा प्रबंधन अधिकारी
फोटो – राइंका गंगोरी में बना भूकंप रोधी भवन,जिसे अब तोड़ दिया गया है ।