आज से चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है। ऋषिकेश से चारधाम यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। चारधाम यात्रा का पहला पड़ाव ऋषिकेश ही है। रोजाना हजारों की तादाद में तीर्थयात्री यहां से अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं।
वहीं आज सुबह नौ बजे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह उत्सव डोली में विराजमान होकर पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से अपने धाम के लिए प्रस्थान किया। सेना की बैंड धुनों और भक्तों के जयकारों के बीच डोली पहले पड़ाव पर रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी।
22 को फाटा, 23 को गौरीकुंड में रात्रि प्रवास करते हुए डोली 24 अप्रैल को अपने धाम पहुंचेगी। 25 अप्रैल को सुबह 6.10 बजे कपाटोद्घाटन होगा। वहीं भगवान भैरवनाथ की विशेष पूजा-अर्चना के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भगवान केदारनाथ की निर्विघ्न यात्रा के लिए क्षेत्रपाल के रूप में पूजे जाने वाले भगवान भैरवनाथ की आराधना की गई। साथ ही देवता की पूरी-पकौड़ी से बनी मालाओं से श्रृंगार कर अष्टादश आरती उतारी गई।
दूसरी तरफ गंगोत्री धाम के कपाट कल शनिवार को खुलेंगे। मां गंगा के शीतकालीन पड़ाव व मायके मुखबा मुखीमठ से मां गंगा की डोली विदाई की तैयारियां तेज हो गई हैं। आज डोली धाम के लिए रवाना होगी। 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे।