उत्तरकाशी की हर्षिल घाटी में बर्फबारी 30 जनवरी रात से शुरू हो गई थी कल दिन भर रिमझिम बर्फबारी होती रही । आज देर रात को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित आस-पास ऊंचाई वाले इलाकों बर्फबारी जम कर हुई है । वहीं उत्तरकाशी के पहाड़ियों पर बर्फबारी साफ साफ देखी जा सकती है ।
उत्तरकाशी की हर्षिल घाटी के साथ ही गंगोत्री, भैरव घाटी, हर्षिल , मां गंगा का शीतकालीन प्रवास मुखबा ,झाला सुखी टॉप , गंगनानी, डबरानी, भटवाड़ी , बारसू ,दयारा बुग्याल आदि क्षेत्र में जमकर बर्फबारी हुई है। और यमुनोत्री धाम सहित आस-पास बर्फबारी , हरकीदून सहित,राडी टॉप, चौरंगी खाल, मोरियाना,आदि क्षेत्र में बर्फबारी हुई है । लेकिन जनपद मुख्यालय सहित ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, बर्फबारी से बागवानों ने भी राहत की सांस। अब बर्फबारी के चलते पर्यटकों के उमड़ने की भी उम्मीद है। तिलक सोनी ने बताया कि ऐसे ही बर्फबारी होती रही तो देर शाम तक हर्षिल घाटी में दो से अधिक बर्फबारी हो सकती है।
मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित हुई है। यही वजह रही कि पहाड़ों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला वहीं दो से तीन हजार फीट से अधिक ऊंचे इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई गई थी।
मां गंगा मंदिर प्रांगण बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। एक फिट से अधिक बर्फबारी हुई है । वहीं यमुनोत्री धाम, हरकीदून अन्य इलाकों में भी बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है।बता दें उत्तराखंड में इस साल मौसम लगातार सूखा रहा , प्रदेश में ना बारिश हुई और ना ही बर्फबारी इससे कई फसलें खराब हो चुकी हैं। सेब जैसी फसल तो खराब ही गई,