उत्तरकाशी। केंद्रीय विद्यालय उत्तरकाशी में नई शिक्षा नीति (एनईपी) की तीसरी वर्षगांठ पर बाल वाटिका-3 का शुभारंभ होने जा रहा है। 31 अगस्त से शुुरु होने वाली बाल वाटिका में कक्षा एक में दाखिले से पहले बच्चे खेल-खेल में पढ़ना व लिखना सीख सकेंगे । जिसमें अभी तक 28 बच्चों ने ऑनलाइनआवेदन किया गया हैं ।
गुरुवार को केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार पाठक ने प्रेस वार्ता कर विद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
आपको बता दें जनपद उत्तरकाशी चीन सीमा से लगा जनपद हैं । आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील माना जाता है । राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत केंद्रीय विद्यालय मनेरा में बाल वाटिका शुरू करने का उद्देश्य 4 से 6 वर्ष की आयु के बीच के बच्चे को प्रारंभिक स्तर के ज्ञान के साथ ही सामाजिक ज्ञान का बोध कराना है. जिससे वह आगे चलकर शिक्षा के साथ ही सामाजिक बातों को भी सीख सकें ।
देश के 450 केंद्रीय विद्यालय में से एक उत्तरकाशी का नाम शामिल होने पर विद्यालय प्रबंधन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का आभार जताया हैं ।
(केवी) संगठन के स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के तहत पहली बार बालवाटिका-तीन (पहले प्री-स्कूल होता था ) की पढ़ाई शुरू होने जा रही है।
31 अगस्त से केंद्रीय विद्यालय में बालवाटिका-तीन की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। प्रधानाचार्य अशोक कुमार पाठक ने प्रेस वार्ता कर विद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत केंद्रीय विद्यालय में स्कूलों में बालवाटिका का पायलट प्रोजेक्ट को सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा हैं ।