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समूहों की महिलाओं ने जिलाधिकारी और मुख्यविकास अधिकारी को हस्त निर्मित राखी पहनाई ।।

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स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए राखियां बनीं रोजगार का जरिया ,मुख्यमंत्री सशक्त बहना योजना के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से बन रही सशक्त ।।

समूहों की महिलाओं ने डीएम और सीडीओ को हस्त निर्मित राखी पहनाई ।।

उत्तरकाशी 13 अगस्त। भाई- बहनों को पर्व का बेसब्री से इंतजार है। उत्तरकाशी जिले के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं लिए पर्व खास है। इस बार महिला समूहों ने एक से बढ़कर एक आकर्षक राखियां बना रही इस में ब्रह्मकमल, देववृक्ष भोजपत्र और दिव्य सुगंध से युक्त केदारपाती आदि शामिल हैं जो लोगों को खूब पसंद आ रही है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने इन अनूठी राखियां को खरीद कर महिला समूहों के प्रयासों को न केवल सराहा बल्कि उन्हें विणपन के लिए यात्रा मार्ग पर बेहतर सुविधा और स्थान उपलब्ध कराने का भी भरोसा दिलाया है।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना योजना के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा ‘रीप‘ के द्वारा जिले के स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाओं को आजीविका के बेहतर अवसर उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए जिले में चार हजार चार सौ अड़तालीस समूहों का गठन किया गया है। इनमें से कुछ समूह सक्रियता से कार्य कर अभिनव पहल करने में जुटे हुए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट एवं मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने कलक्ट्रेट एवं विकास भवन परिसर में महिला समूहों की राखियों एवं अन्य उत्पादों के प्रदर्शन एवं बिक्री का शुभारंभ करते हुए कहा कि महिला समूहों के प्रयासों का बेहतर प्रतिफल उपलब्ध कराने के लिए इस तरह की गतिविधियां यात्रा मार्गों पर स्थाई रूप से संचालित करने की व्यवस्था की जाएगी ताकि महिलाओं के सशक्तीकरण के प्रयासों को टिकाऊ आधार प्रदान किया जा सके ।

उल्लेखनीय है कि जिले की महिला समूहों ने पिछले साल से ‘गंगा डॉल‘ राखी बनाने की शुरूआत की थी और इससे पहले पिरूल की राखियां बनाकर भी महिला समूहों ने की वाहवाही बटोरी थी। सरकारी समर्थन व सहयोग से महिला समूहों के यह उत्पाद अब ऑनलाईन प्लेटफॉर्म्स पर भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षा बंधन के उपलक्ष्य में स्थानीय स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार की जा रही राखी एवं स्थानीय उत्पादों के प्रदर्शन एवं बिक्री के लिए कलेक्ट्रेट परिसर, विकास भवन लड़ादी तथा प्रत्येक विकासखंड के मुख्यालय परिसर में स्टॉल लगाए गए हैं। यह स्टॉल आगामी 18 अगस्त तक संचालित होंगे।

मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने विक्रय की जाने वाली वस्तुओं का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री सशक्त बहिना योजना अंन्तर्गत रीप एनआरएलएम के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कलक्ट्रेट परिसर व विकास भवन परिसर में स्टॉल लगाए रखी है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आजीविका संवर्धन को व्यापक स्तर पर आत्मनिर्भरता की ओर केन्द्रित कर रही महिला समूहों का यह समूहिक प्रयास निश्चित रूप से अन्य महिलाओं के लिये भी आय सृजन के सुअवसर है।
विभिन्न समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा आजीविका के क्षेत्र में अतुल्य व सराहनीय कार्य किया जाना उनकी कड़ी मेहनत व दृढ़ता अन्य महिलाओं के लिये प्रेरणा दायक है ।छोटे- छोटे समूहिक प्रयासों से ही आजीविका कार्यों को हम नई दिशा प्रदान कर सकते है।
इस मौके पर रीप आजीविका समन्वयक धनलक्ष्मी रतुड़ी, सरिता नौटियाल आदि मौजूद रहीं है।

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