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ईकोसेंसेटिव जोन की समिति में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शामिल किये जाने की मांग हुई , बैठक में क्षेत्र की सड़कों व अन्य परियोजनाओं को लेकर सहमति बनी

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जनपद उत्तरकाशी के क्षेत्र पंचायत की बैठक में सीमांत विकास खंड भटवाड़ी के विकास को लेकर जन-प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने विचार-विमर्श कर विकास कार्यों के क्रियान्वयन एवं क्षेत्र की समस्याओ के त्वरित निस्तारण के लिए समन्वित प्रयास करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।

ब्लॉक प्रमुख विनीता रावत की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट तथा मुख्य विकास अधिकारी जय किशन सहित तमाम विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने भी भाग लिया।

बैठक में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने विभिन्न विभागों के द्वारा संचालित विकास कार्यों के संबंध में क्षेत्र पंचायत सदस्यों, ग्राम प्रधानों एवं जिला पंचायत सदस्यों का फीडबैक लेते हुए कहा कि पंचायत प्रतिनिधि विकास कार्यों के क्रियान्वयन पर निरंतर नजर रखें और कहीं भी कोई गड़बड़ी देखने में आती है तो उसे तुरंत संज्ञान में लाएं। इसके लिए जिलाधिकारी ने सदस्यों को अपना मोबाईल नंबर शेयर करते हुए विकास कार्यों व जनहित से जुड़े मामलों से संबंधित वीडियो उन्हें उपलब्ध कराने की अपेक्षा की।


जिलाधिकारी ने शिक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत बताते हुए कहा कि स्कूलों में समय से शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाएगी। क्षतिग्रस्त विद्यालयों की मरम्मत व विद्यालयों में अतिरिक्त संसाधनों व सुविधाओं की व्यवस्था हेतु प्राप्त होने वाले प्रस्तावों पर प्राथमिकता तय कर जिला योजना शामिल किया जाएगा। बैठक में रा.इ.का. गोरसाली के लिए बनाए गए एक भवन को लंबे समय बाद भी विद्यालय को हस्तांतरित न होने का मामला उठाए जाने पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को जॉंच करने के निर्देश देते हुए कहा कि बिना हस्तांतरित हुए इस भवन के क्षतिग्रस्त होने का मामला गंभीर है।
शिक्षा विभाग पर चर्चा के दौरान बताया गया कि भटवाड़ी ब्लॉक के 112 प्राथमिक विद्यालयों में से 25 विद्यालयों में एकल शिक्षक तैनात हैं। नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है और भर्ती होते ही सभी विद्यालयों में मानको के अनुसार शिक्षकों की तैनाती सुनिश्चित कर दी जाएगी।

जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त सिंचाई नहरों पर एचडीईपी पाईप जैसे वैकल्पिक साधनों से तुरंत पानी चलाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि कृषि विभाग के द्वारा प्रभावित क्षेत्र में इन पाईपों का प्राथमिकता से वितरण किया जाय। नहरों की मरम्मत के लिए जिला योजना व अन्य मदों से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। बैठक में बताया गया कि भटवाड़ी ब्लॉक में 27 नहरों में से 15 नहरों पर पानी चल रहा है। दो नहरें उपयोग लायक नहीं हैं और 109 क्षतिग्रस्त नहरों में अस्थाई व्यवस्था कर पानी चलाने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्र की पॉंच बड़ी नहरों के पुनर्निर्माण के लिए नाबार्ड में प्रस्ताव भेजे गए हैं।
बैठक में सड़कों पर चर्चा के दौरान लोक निर्माण विभाग को किशनपुर रोड के डामरीकरण का कार्य तुरंत शुरू कराने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि काम शुरू न करने पर संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध कार्रवाई की जाय। जिलाधिकारी ने चामकोट की सड़क के निर्माण के प्रस्ताव पर लगी आपत्तियों का निस्तारण कर पुनः स्वीकृति के लिए भेजे जाने तथा औंगी गांव के लिए जल विद्युत निगम की सड़क के अंतरण का प्रस्ताव तैयार किए जाने के साथ ही सड़कों के अनुरक्षण एवं निर्माण और प्रतिकर वितरण के मामलो में तेजी से कार्रवाई किए जाने की अपेक्षा की। जिलाधिकारी ने पाही-द्वारी-गोरसाली सड़क के अनुरक्षण, नालियों व स्कपर के निर्माण सहित अन्य सड़कों के अनुरक्षण के संबंध पीएमजीएसवाई के अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता को तुरंत मौके पर जाकर वस्तुस्थिति देखने के बाद उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अगोड़ा गांव की सड़क के निर्माण में बाधक भूस्खलन क्षेत्र का उपचार कराए जाने पर भी विचार किए जाने का भरोसा दिलाया।


बैठक में विधायक सुरेश चौहान ने अधिकारियों से सदन में उठाए गए प्रकरणों का तत्परता से सुमचित समाधान सुनिश्चित करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि विकास का लाभ समाज के आखिरी छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहॅूंचाने के लिए अधिकारियों और जन-प्रतिनिधियों को मिलजुलकर कारगर व त्वरित प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि ईको सेंसेटिव जोन की मॉनीटरिंग कमेटी की बैठक में क्षेत्र की अनेक सड़क व अन्य परियोजनाओं को लेकर सहमति बनने से क्षेत्र के अनेक अवरूद्ध विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि सदन की भावना के अनुसार मॉनीटरिंग कमेटी में क्षेत्र के जन-प्रतिनिधि रखे जाने हेतु शासन स्तर पर वार्ता की जाएगी। विधायक ने कहा कि गंगोत्री विधान सभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास कार्य संचालित हो रहे हैं, सड़कों के निर्माण व अनुरक्षण के 77 करोड़ रूपये की लागत के कार्य स्वीकृत हैं, इसके साथ ही विद्यालय भवनों, नहरों, पुलों आदि के निर्माण की अनेक योजनाएं जल्द स्वीकृत होने जा रही हैं। सरकार के द्वारा इस क्षेत्र के विकास पर समुचित ध्यान दिया जा रहा है। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के सुनियोजित विकास और तीर्थाटन व पर्यटन को लेकर कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जन-प्रतिनिधियों को इन प्रयासों को क्रियान्वित करने में सहयोग देकर क्षेत्र के विकास को आगे बढाने में अपनी असरदार भूमिका निभानी होगी। गंगोत्री विधायक ने विभिन्न विकास कार्यों को लेकर सदन में उठाए गए मामलों पर कार्रवाई के संबंध में भी अधिकारियों को जरूरी हिदायतें दी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने भी विभिन्न विकास कार्यों के बावत जानकारी देने के साथ ही सदन में उठाए गए प्रकरणों पर अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख विनीता रावत ने क्षेत्र के विकास को लेकर सदन की तरफ से सरकार हेतु एक मांग पत्र विधायक और जिलाधिकारी को प्रस्तुत किया गया। जिसमें ईको सेंसेटिव जोन की समिति में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शामिल किये जाने, आल वेदर रोड जल्द बने, प्रा स्वा के भटवाड़ी उप जिला चिकित्सालय, तहसील भवन सहित क्षेत्र की सड़कों का निर्माण तथा तीर्थाटन व पर्यटन विकास से संबंधित मुद्दे प्रमुखता से उठाए गए।
बैठक में उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, खंड विकास अधिकारी अमित ममगांई, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ,क्षेत्र पंचायत सदस्यों, जिला पंचायत सदस्यों के साथ ही ज्येष्ठ उप प्रमुख मनोज रावत, कनिष्ठ उप प्रमुख मनोज सिंह ने भी प्रतिभाग किया।

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