पहली बार स्टेट GST टीम ने ब्यूटीपार्लर में मारा छापा
प्रतिष्ठान सीधे ग्राहकों के साथ कारोबार (बिजनेस टू कंज्यूमर) कारोबार करते हैं, उनमें बड़े स्तर पर कर चोरी देखने को मिल रही है। खासकर ब्यूटीपार्लर जैसे प्रतिष्ठान, जहां अधिकांश कारोबार नकद में होने और बिल प्राप्त करने का चलन न होने के चलते, हालात अधिक पेचीदा हैं।
राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा ने जीएसटी चोरी पर पहली बार ब्यूटी पार्लरों पर छापा मारा है। चार प्रतिष्ठित पार्लरों के देहरादून, ऋषिकेश व मसूरी में आठ ठिकानों और एक कास्मेटिक सप्लायर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रारंभिक जांच में लाखों की टैक्स चोरी का अनुमान है।
राज्य कर विभाग के उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि विभाग को सूचना मिल रही थी कि देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लर बड़ा कारोबार कर रहे हैं। लेकिन कारोबार के अनुसार टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। इस पर विभाग ने चार प्रतिष्ठित पार्लरों के आठ ठिकानों पर छापा मार कर कार्रवाई की। ब्यूटी पार्लरों के खिलाफ टैक्स चोरी को लेकर यह पहली कार्रवाई हुई है।
उन्होंने बताया कि ब्यूटी पार्लर सेवाओं पर 18 प्रतिशत जीएसटी निर्धारित है। पार्लरों ग्राहकों से पैसे तो लेते हैं। लेकिन जीएसटी बिल नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पार्लर व सैलूनों पर विभाग की ओर से निगरानी रखी जा रही है। ब्लूटी पार्लरों के जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है। लाखों की टैक्स चोरी का अनुमान है।