
आज दोपहर 12:09 मिनट पर यमुनोत्री धाम में मां यमुना मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे और माता की डोली अपने मायके खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी।
तो सुबह 8:30 बजे मां यमुना के मायके खरशाली गांव से उनके भाई शनिदेव सोमेश्वर देवता की डोली बहन को लेने यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। इससे पहले बुधवार को अन्नकूट के पावन पर्व पर दोपहर 12.01 बजे विधि-विधान के साथ करीब दो हजार श्रद्धालुओं की मौजूदगी में गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर किए गए थे। मां गंगा की भोगमूर्ति सेना के बैंड और पारंपरिक ढोल-दमाऊं की अगुवाई में मुखबा के लिए रवाना हुई। तो चंडी देवी के मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी। बृहस्पतिवार को गंगा की भोगमूर्ति मुखबा स्थित गंगा मंदिर में विराजमान होगी। शीतकाल में श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन व पूजा-अर्चना मुखबा में ही कर सकेंगे।