उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट ले रहा है। और पहाड़ों में फिर आफत का दौर दिखना शुरू हो गया है। चमोली ज़िले में गुरुवार से मौसम बदल गया। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर कई जगह मलबा आने से तीर्थ यात्रियों के वाहन फंस गए हैं। जबकी चमोली ज़िले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागल नाला, गोविंदघाट, लामबगड़, हनुमानचट्टी के पास मलबा आने से ठप है।
ऋषिकेश से बद्रीनाथ व हेमकुंड जाने वाली यात्री रात से ही परेशान हो रहे हैं। टंगड़ी पागल नाला में पहाड़ों से मलबा नाले के साथ बहकर सड़क पर आया, जिससे वहां एक वाहन दलदल में फंस गया. घंटों तक वाहन को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन मौके पर जेसीबी मशीन न होने की वजह से बाद में यात्रियों ने ही बमुश्किल धक्का मारकर किसी तरह वाहन को दलदल से निकाला।
जोशीमठ से लेकर बद्रीनाथ धाम तक तीन जगह पर रास्ता खास तौर से ठप है। हालांकि मौके पर एनएच व पीडब्ल्यूडी विभाग ने मार्ग खोलने के लिए मशीनें लगाई हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश से पहाड़ों से भी बोल्डर आदि गिरने का डर बना हुआ है।
मसूरी, सहस्त्रधारा में स्कूलों की छुट्टी
पहाड़ों के साथ ही मैदानों में भी तेज़ बारिश हो रही है. बता दे की दून प्रशासन ने बारिश को देखते हुए मसूरी और सहस्रधारा क्षेत्रों के स्कूलों में छुट्टी कर दी है। तो बच्चों को घरों पर ही सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है। तो मौसम विभाग ने 3 सितंबर तक उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए अलर्ट जारी किया है।