विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो रही है, जिसके दृष्टिगत चार धाम से संबंधित सभी विभाग व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने की कवायद में जुटे हैं। इसी क्रम में परिवहन विभाग में चारधाम की यात्रा पर जाने वाली वाहनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. दरअसल, चारधाम यात्रा के दृष्टिगत परिवहन विभाग ने देहरादून आरटीओ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
लिहाजा नोडल अधिकारी ने चारधाम यात्रा के लिए “क्या करें और क्या ना करें” संबंधित सुझाव दिए हैं. इसके साथ ही चार धाम यात्रा की तैयारियों के दृष्टिगत देहरादून आरटीओ शैलेश तिवारी ने चारधाम यात्रा मार्ग पर आने वाले यात्रियों की सुविधा संबंधी आवश्यक दिशा निर्देशों और सुझावों के लिए ‘क्या करें’ और ‘क्या ना करें’ के बैनर्स होर्डिंग्स भी तैयार किए गए हैं।
यात्रा शुरू होने से पहले सभी चेकपोस्टों, परिवहन कार्यालय, प्रमुख स्थानों यथा बस अड्डों, संयुक्त रोटेशन, रेलवे स्टेशन आदि पर इसकी सूचना के बोर्ड लगाये जाएंगे.चारधाम यात्रा के लिए
‘ क्या करे’ संबंधित सुझाव चारधाम यात्रा के लिए अनिवार्य रूप से यात्री पंजीकरण कराएं और ट्रिप कार्ड अवश्य लें.व्यावसायिक वाहन ग्रीन कार्ड प्राप्त कर ही यात्रा में जाएं.व्यावसायिक वाहनों के लिए पर्वतीय मार्गों पर संचालन के लिए चालक के लाइसेंस में पर्वतीय मार्गों का अनिवार्य रूप से पृष्ठांकन कराएं.पर्वतीय मार्गों पर 4225 मिमी से अधिक व्हीलबेस, व्हीलबेस के 60 प्रतिशत से अधिक ओवर हैंग एवं 250 सेमी से अधिक चौड़ाई की वाहन का संचालन अनुमन्य नहीं है।
वाहन में फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, रस्सी आदि अवश्य रखें.पर्वतीय मार्गों पर वाहन का तकनीकी रूप से ठीक होना आवश्यक है. यात्रा से पूर्व वाहन के ब्रेक, गियर, टायर, स्टेयरिंग की भली-भांति जांच कर लें.वाहन में सदैव सभी वैध प्रपत्र रखें.पर्वतीय मार्गों पर मोड़ पर हॉन अवश्य दें और अपनी लेन में ही चलें.वाहन को सुरक्षित स्थान पर ही पार्क करें एवं पार्क करते समय हैंडब्रेक एवं लकड़ी का गुटका अवश्य लगाएं.पहाड़ी मार्गों पर मौसम खराब होने, भूस्खलन होने के संबंध प्रशासन द्वारा दिये गये गये दिशा-निर्देशों का पालन करें।
यात्रा प्रारंभ करते समय एवं वापसी में यात्रा चेकपोस्ट पर वाहन का प्रविष्टि अवश्य कराएं.वाहन में कूड़ा रखे जाने हेतु कूड़ेदान का प्रयोग करें.यात्रा मार्गों पर गंदगी न हो इसके लिए उपलब्ध शौचालयों का ही प्रयोग करें.यात्रा के दौरान यात्रा का पूर्ण आनंद लेते हुए जगह-जगह विश्राम करते हुए यात्रा करें और लगातार ड्राइव न करें।
चारधाम यात्रा के दौरान ‘क्या न करे’ संबंधित सुझाव प्राइवेट वाहनों को किराए पर लेकर यात्रा न करें.यात्रा निर्धारित समयावधि में ही पूर्ण करें और यात्रा के दौरान जल्दबाजी न करें.तेज गति से वाहन न चलाएं और बीच-बीच में विश्राम करें.वाहन में ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर न ले जाएं.नशे का सेवन कर वाहन न चलाएं.यात्रा मार्गों पर कूड़ा/गंदगी न फैलाएं और वाहन में कूड़ेदान लगाएं.वाहन चलाते समय टेप रिकॉर्डर, गाने या रेडियो का संचालन न करें.वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें।
यात्रा मार्गों पर रात्रि में वाहन का संचालन कदापि न करें.चप्पल पहनकर वाहन न चलाएं.वाहन में चालक के पास अनावश्यक सामान या पानी की बोतल आदि न रखें.यात्रा के दौरान चालक से बातचीत या नोक-झोंक न करें.वाहन में ओवर लोडिंग न करें और वाहन में घिसे हुए या रिट्रेटेड टायरों का प्रयोग न करें.पर्वतीय मार्गों पर अनावश्यक ओवरटेक न करें. आवश्यक होने पर आगे जाने वाली वाहन के संकेत मिलने एवं पर्याप्त स्थान मिलने पर ही ओवरटेक करें.खुले में शौच न करें और यात्रा मार्गों पर स्थापित शौचालय का प्रयोग करें।