काशी विश्वनाथ और सोमनाथ मंदिर की तरह अब केदारनाथ धाम के गर्भगृह की चारों दीवारों पर भी सोने की परत चढ़ाई जाएगी। बता की महाराष्ट्र के एक दानीदाता ने दो माह पूर्व बीकेटीसी से इस कार्य के लिए पूछा गया था। इसके लिए समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय से बीते अगस्त में धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव हरीश चंद्र सेमवाल को पत्र लिखकर शासन से अनुमति मांगी थी।तो दो दिन पहले शासन ने बीकेटीसी को इस कार्य के लिए अनुमति दे दी है।
तो बता दे की अब मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर लगी चांदी की परतें निकाल दी गई है।अब स्वर्णमंडित करने के लिए दीवारों पर अभी ट्रायल के तौर पर तांबे की परत चढ़ाई जा रही है जिससे की पता लग सकेगा कि आकार ठीक है या नहीं। तो वही जो सोने की जो परतें लगाई जाएंगी वह लेमिनेट होंगी जिनकी चमक कम नहीं होगी और तो इन्हें आसानी से पानी से भी धोया जा सकेगा।और तीर्थपुरोहितों ने विरोध किया है। तीर्थपुरोहितों का कहना है कि सरकार व बीकेटीसी मान्यताओं को हाशियारो पर रख रही है। तो मंदिर की दीवारों पर जगह-जगह ड्रील से छेद किए जा रहे हैं जो धार्मिक रूप से अनुचित है। उन्होंने जल्द कार्य बंद नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।