नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी तथा पतंजलि आयुर्वेद, हरिद्वार और भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के संयुक्त रूप से गंगोत्री के रक्तवर्ण ग्लेशियर क्षेत्र में पर्वतारोहण तथा अन्वेषण अभियान का आरम्भ किया है। बता गे की यह दिनांक 12 सितम्बर 2022 से 25 सितम्बर 2022 तक आचार्य बालकृष्ण जी तथा संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट, सेना मेडल के नेतृत्व में कर रहे है। तो इस संयुक्त अभियान के दौरान अनाम तथा अनारोहित पर्वत शिखरों का आरोहण तथा हिमालय के इस दुर्गम क्षेत्र में अन्वेषण का कार्य सम्पन्न किया जायेगा।
तो इस इलाके में स्वतन्त्रता के पश्चात 1981 में अन्वेषण का कार्य Joint Indo-French Exploration Team द्वारा किया गया था। इस अन्वेषण दल को अथक प्रयासों के बाबजूद भी आधा इलाके का भ्रमण करने में ही कामयाबी मिल पाई। तो इस संयुक्त अभियान को संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट, सेना मेडल के अतिरिक्त संस्थान के दो पर्वतारोहण प्रशिक्षक श्री दीप शाही, श्री विनोद गुसांई तथा श्री बिहारी सिंह राणा करेंगे।और इसके साथ पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से आचार्य बालकृष्ण जी के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम इस संयुक्त अभियान में प्रतिभाग करेगी।
इस संयुक्त अभियान का प्रमुख उद्देश्य हिमालय के दुर्गम क्षेत्र रक्तवर्ण ग्लेशियर में अवस्थित अनाम तथा अनारोहित 6000 मी० से ऊंचे पर्वत शिखरों का आरोहण करने के साथ ही क्षेत्र में अन्वेषण का कार्य करेगी, जिसमें इस क्षेत्र में पाये जाने वाले औषधीय पौधों से सम्बन्धित जानकारियों को एकत्रित किया जायेगा। यह संयुक्त अभियान अपने आप में एक अत्यन्त विशेष अभियान है। जिसमें हिमालय में स्थित दुगर्म तथा विषम भौगोलिक क्षेत्र में औषधीय पौधों तथा पर्वतारोहण का संयुक्त सर्वेक्षण करेंगे।
14 सितम्बर 2022 को इस विशेष अभियान दल को गंगोत्री से उत्तराखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी तथा पतंजलि योगपीठ से पूजनीय स्वामी रामदेव जी द्वारा Flagg Off किया जायेगा ।