खबर है की विश्व धरोहर फूलों की घाटी अगले तीन दिनों तक पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद रहेगी। तो पार्क प्रशासन ने मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए यह निर्णय लिया है। वही विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी के दीदार के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है।
अभी तक रिकॉर्ड 19852 पर्यटक फूलों की घाटी के दीदार के लिए पहुंचे हैं। फूलों की घाटी 31 अक्तूबर को बंद हो जाएगी। तो फूलों की घाटी में इस बार पर्यटकों की पूरे सीजन में चहल-पहल बनी रही। बता दे की एक जून को घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी गई थी। तो घाटी में पांच सौ से अधिक प्रजातियों के फूल अलग-अलग समय पर खिलते हैं। जुलाई के पहले हफ्ते से अक्तूबर तीसरे हफ्ते तक कई फूल खिले रहते हैं।यहां पोटोटिला, प्रिम्यूला, एनीमोन, एरिसीमा, एमोनाइटम, ब्लू पॉपी, मार्स मेरी गोल्ड, ब्रह्म कमल, फैन कमल जैसे कई फूल खिले रहते हैं।
बता दे की घाटी में दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु, वनस्पति व जड़ी बूटियों का भंडार है। विभिन्न प्रकार के फूल होने पर यहां तितलियों का भी संसार रहता है। इस घाटी में कस्तूरी मृग, मोनाल, हिमालय का काला भालू, गुलदार, हिम तेंदुआ भी दिखता है।
तो बता दे की उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत आती है।तो इसकी प्राकृतिक खूबसूरती और जैविक विविधता के कारण वर्ष 2005 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया था। 87.5 वर्ग किमी में फैली है।