मुख्यमंत्री धामी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। धर्मांतरण रोकने के लिए लाए गए विधेयक का समर्थन करने पर उन्होंने साधु व संतों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य धर्म, संस्कृति व अध्यात्म की भूमि है। यहां जबरन व प्रलोभन से धर्मांतरण बहुत गंभीर हो गया था।
सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश में समान नागरिक संहिता का कानून लागू होगा। इसके लिए विशेषज्ञ समिति काम कर रही है। सबके विचार ले रही है। हितधारकों से बात कर रही है। जल्द एक बड़ा जनसंवाद कार्यक्रम भी होगा। समान नागरिक संहिता लागू हो जाने के बाद एक प्रकार की सरलता आएगी। सभी के लिए एक समान कानू बन जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ग्राम सभाओं में चौपाल लगाने और रात्रि प्रवास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र पंचायत समिति की बैठकों में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी अनिवार्य रूप से शामिल होंगे।
शीतकालीन सत्र कम चलाने और सवालों के जवाब से बचने के विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हर प्रश्न का जवाब दिया। जितना काम था, उसे पूरा किया गया। सत्र आम जनता के पैसे से चलता है। इसलिए जितना जरूरी था उतना सत्र चला।
राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू के पहली बार आठ व नौ दिसंबर को उत्तराखंड के दो दिवसीय प्रवास पर आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए शुभ क्षण हैं। राज्य में उनके कई कार्यक्रम हैं। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।